महानता अर्जित करने की और बढाया गया कदम स्वयम महान होता है
व्यक्ति जीवन मैं स्वयम के लिए जितनी बड़ी चुनौती स्वीकार करता है
उतनी ही महानता वह अर्जित भी कर पाता है ।
गोबर्धन के ब्रजेन्द्र निवास परिसर में श्री गुरु जी के साथ सत्संग से जो , वचन प्रस्फुटित होते हैं , उनका संकलन '' फूल और कांटे '' के रूप में हुआ है
हमारा जीवन कांटे और फूलों से भरा रहता है , आध्यात्म की मरहम से हम जीवन को उच्चता दे सकते हैं .
रेनू ..
1 comment:
अच्छा विचार .जारी रखें .
word verification hataa den to log aasaanee se tippanee kar sakenge,
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