Thursday, November 20, 2008

प्रयास

व्यक्ति के सामने जितनी विराट समस्या उपस्थित होती है और जब वह व्यक्ति किसी प्रकार साहस करके उसका समाधान करने के लिए प्रयास करता है , तब , निर्णय के क्षण से ही उसके व्यक्तित्व का प्रबल विकास होना प्रारम्भ होता है ।
शैलेन्द्र शर्मा .....

3 comments:

योगेन्द्र मौदगिल said...

बढ़िया प्रस्तुति के लिये बधाई स्वीकारें

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

good,better or best. narayan narayan

Unknown said...

achha prayas hai....badhai ho....