सफल होने के लिए मित्रों की आवश्यकता होती है मन , पर बहुत अधिक सफल होने के लिए शत्रुओं की आवश्यकता होती है ।
बड़े निर्णय हमेशा छोटी उम्र मै लिए जाते हैं , बड़ी उम्र मै तो व्यक्ति छोटे - छोटे लिए हुए निर्णयों मै इतना बंध चुका होता है कि वह बडे निर्णय लेने लायक ही नहीं रहता ।
व्यक्ति स्वयं कि अनिमितता से व्यर्थ ही दुखी होते हैं । क्योंकि नियमित रूप से अनियमित जीवन जीते हुए व्यक्ति पूरी तरह नियमित जीवन जी रहे हैं ।
शेलेन्द्र ......
No comments:
Post a Comment