संसार का सबसे शक्तिशाली वेग है कल्पना । जो व्यक्ति कल्पना शील होते हैं वे संसार मई कुछ भी कर सकने का सामर्थ्य रखते हैं । विचारों की भीड़ उनके लिए भीड़ नही होती । हर विचार के साथ उनका आंतरिक सम्बन्ध होता है । विश्व मई जो भी अभिव्यक्ति हम देख रहें हैं , भोजन से लेकर अन्तरिक्ष यान तक इन सारी वस्तुओं का जनम विचारों की भीड़ मै से किसी विशिष्ट विचार के साथ कल्पनाशील व्यक्ति द्वारा स्थापित की गई मैत्री ही होता है
शेलेन्द्र .......।
Thursday, August 28, 2008
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