
ह्रदय स्पर्शी भावों की अभिव्यक्ति आंसुयों भरी होती है , आंसू एक संवेदनशील व्यक्ति के अन्तर से उभरने वाले भावों के फूल हैं , जो जीवन के सर्वोत्तम भावों को आदरांजलि के रूप मै अर्पित किए जातें हैं ।
गोबर्धन के ब्रजेन्द्र निवास परिसर में श्री गुरु जी के साथ सत्संग से जो , वचन प्रस्फुटित होते हैं , उनका संकलन '' फूल और कांटे '' के रूप में हुआ है
हमारा जीवन कांटे और फूलों से भरा रहता है , आध्यात्म की मरहम से हम जीवन को उच्चता दे सकते हैं .
रेनू ..
2 comments:
jiski eyes me aansu honge, uske lips hi muskara sakte hain. narayan narayan
achchha hai.
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